चलो बारूद नहीं, बीज चुनते है…..इस दीपावली बीज पटाखे और बीज मिठाईयों से करे पर्यावरण का संरक्षण…!

By Prashansa Soni | 12 sec read

Seed Crackers, Image Source – Gram Art Project

पर्यावरण में बदलाव होने कें कई कारण होते हैं पर कुछ हानिकारक बदलाव ऐसे हैं जो पर्यावरण में होने के लिए सिर्फ मानव जिम्मेदार हैं। प्रदूषण की समस्या को कम करने का तरीका आज यही हो सकता हैं कि समस्या को बढ़ने से रोकना…! इसी को ध्यान में रखकर ‘बीजपर्व उपक्रम’ की शुरुआत हुई हैं।

ग्राम आर्ट प्रोजेक्ट के तहत ‘बीजपर्व उपक्रम’ की शुरुआत हुई जिसका उद्देश्य था कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को बीज पटाखे और बीज मिठाईयों का इस्तेमाल करने को राजी करे जिससे पर्यावरण का संरक्षण हो। आज प्रदूषण एक ऐसी विश्व व्यापक समस्या का कारण बन चुका हैं कि कई सारे विकसित राष्ट्र साथ में मिलकर उसका हल ढूंढने लगे हैं। दीपावली में वायु प्रदूषण और भूमि प्रदूषण होता हैं ये बात जानकार बीजपर्व उपक्रम ने पटाखों के अलावा दूसरी चीज़े बनाने की शुरुआत की हैं। पटाखों के जैसे ही दिखने वाले बीज पटाखें ये असली पटाखों से ज्यादा मजा देते हैं ऐसा उनका दावा हैं।

Eco-Friendly Process And Pollution Free Product
Eco-Friendly Process And Pollution Free Product. Image Source – Gram Art Project

बीज पटाखे और बीज मिठाईयां इस बीजपर्व उपक्रम का हिस्सा हैं जिनसे पर्यावरण की कोई हानि नहीं होती । पर्यावरण को अधिक समृद्ध बनाने के लिए और किसानों को अधिक से अधिक लाभ होने के लिए बीज पटाखे और बीज मिठाईयों को बनाया गया हैं। पटाखे, मिठाईयों जैसे दिखने वाले बीज पटाखों और बीज मिठाईयों में कई पौधों के बीज डाले गए हैं। मध्यप्रदेश के चिंढवारा जिले में ग्रामीण महिला वर्ग ने हाथों से बीज पटाखों को और बीज मिठाईयों को बनाया हैं। पुरे तरीके से ‘इको-फ्रेंडली’ चीज़ो का इस्तेमाल करके इन बीज पटाखों को बनाया गया हैं।

Seed Sweets
Seed Sweets. Image Source Gram Art Project

बीज पटाखे और बीज मिठाईयों को गमलों में डालके उनका रोपन करने से अलग अलग पटाखों में से अलग-अलग पौधे आते हैं। अगर छोटा पटाखा गमलों में लगाया तो पालक या लाल-हरी मिर्च के पौधे आते हैं और अगर चक्कर पटाखा लगाया तो प्याज का पौधा आता हैं। इस तरीके से पूरी तरह पर्यावरण पूरक पटाखों को बीजपर्व उपक्रम के तहत बनाया जाता हैं।

Process Of Making Seed Sweets
Process Of Making Seed Sweets. Image Source – Gram Art Project

दीपावली का उत्सव पटाखों और मिठाईयों के अलावा कुछ नहीं हैं। इसलिए बीजपर्व के तहत बीज मिठाईयों को भी बनाया जाता हैं। ‘पाम ऑईल फ्री लड्डू’ और ‘व्हीटलेस कुकीज’ बनाके उसमेें बीज को डाला जाता हैं। ऐसी कई सारी मिठाईयां बीजपर्व ने बनाई हैं जिसको बोने से कुछ ही महीनों में पौधे आएंगे। पाम ऑईल फ्री लड्डू को लगाने से बैंगन के पौधे और व्हीट कुकीज को लगाने से ओकरा या ऐमारैंथस के पौधे आएंगे । जैसे कई तरह के पटाखें बीजपर्व में बनाए गए हैं वैसे कई तरह की बीज मिठाईयां भी हैं।

बीजपर्व उपक्रम के तहत आज बाजार में ऐसे पटाखे दिख रहे हैं जिनसे पर्यावरण की हानि नहीं होती। बीजपर्व जैसे उपक्रमों से सीखकर आने वाली पीढ़ी पर्यावरण और समाज को सशक्त बना रही हैं इसमे कोई संदेह नहीं हैं।

बीज पटाखे और बीज मिठाईयों के बारे में और जानने के लिए चेक करे – Gram Art Project, Facebook, Instagram

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