कहा जाता है कि यह दुनिया रंग-बिरंगी है। कुदरत ने हमें पेड़, फूल, फल, पत्तों, पशु-पक्षी आदि चीजों के रूप में अनेक रंगों से रूबरू कराया है। परंतु बेंगलुरु के Seven Raj एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने कुदरत के दिए सभी रंगों को दरकिनार करके केवल लाल और सफेद रंग को ही अपना लिया है। और किसी रंग का उनके जीवन में स्थान नहीं है। वह कहते हैं, “एमजीआर को उनके प्रसिद्ध काले चश्मे और सफेद टोपी में पहचाना जाता है, महात्मा गांधी को उनके कानों पर रखे चश्मे, बिना कपड़ों के धड़ और लाठी के साथ पहचाना जाता है। मुझे भी इसी तरह पहचाने जाने के लिए कुछ अलग करना था।”
अनोखा एक्सपेरिमेंट
आज से पैंतीस वर्ष पहले जब उन्होंने अपना प्रॉपर्टी डीलर का व्यवसाय शुरू किया तो विज्ञापन की दुनिया का कोई खास अस्तित्व नहीं था। उस समय उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाने के लिए एक एक्सपेरिमेंट किया। अपने सभी चीजों में उन्होंने लाल और सफेद रंगों का प्रयोग करना शुरू कर दिया। अपनी मोटरबाइक को लाल और सफेद रंगों में पेंट करवा लिया और धीरे-धीरे कपड़े भी लाल और सफेद रंगों के ही पहनने लगे। पता नहीं किस बात का क्या असर हुआ लेकिन सैवनराज का कारोबार धीरे-धीरे बढ़ने लगा। तब उन्होंने मन ही मन निश्चय कर लिया की वह इन दो रंगों के अलावा किसी और रंग का इस्तेमाल नहीं करेंगे। धीरे-धीरे यह लाल और सफेद रंग उनकी सनक बन गए।
सैवनराज की दुनिया दो रंगों तक ही सिमट कर रह गई। उनके घर का हर कमरा और उसमें रखी हर चीज लाल और सफेद रंग की ही है। चादर, पलंग, अलमारियां, टाइलें, दीवारों का रंग आदि सबकुछ। यहां तक की टूथपेस्ट, टूथ ब्रश, पेन-पेंसिल, कपड़े, रसोई का सामान वगैरह-वगैरह। Living Room में एक टीवी और डीवीडी को छोड़कर हर चीज चाहे वह सोफा हो पर्दा हो या कुछ और सब लाल और सफेद रंग के ही हैं।पढ़कर चौक गए न भला ऐसा भी होता है क्या पर उनकी जिंदगी में ऐसा ही है।
पत्नी पुष्पा की कहानी
Seven Raj की पत्नी पुष्पा बताती हैं कि यह तो अपनी शादी में भी लाल और सफेद रंग के कपड़ों में आए थे। मैंने सोचा शायद शादी के बाद इनमें बदलाव आए, लेकिन इन्होंने तो हमें ही बदल दिया। वह आगे बताती हैं कि उनके कपड़ों के अलावा जुराबें, रुमाल, अंडर वियर, बनियान, बटुआ, बेल्ट वगैरह सब कुछ सिर्फ लाल और सफेद रंग का ही है। सैवनराज कहते हैं कि अब यह रंग उनकी और उनके परिवार की पहचान बन चुके हैं, इन दो रंगो से अब उन्हें अलग नहीं किया जा सकता।
रेड एंड वाइट फैमिली
Seven Raj के परिवार में पत्नी पुष्पा के अलावा बेटी मनीषा और बेटा भारत राज हैं। वे सब भी उनके साथ इन दो रंगों को follow करते हैं, इसलिए उनका परिवार बेंगलुरु में रेड एंड वाइट फैमिली के नाम से मशहूर हो गया है। कई बार इन दो रंगों के प्रति उनके दीवानेपन की वजह से लोग उनका मजाक भी उड़ाते हैं, परंतु वे उसकी परवाह नहीं करते। उनका कहना है कि वह कभी भी इन दो रंगों को नहीं छोड़ेंगे क्योंकि इनके कारण ही उनके परिवार में और उनकी स्वयं की जिंदगी में खुशहाली आई है।
7 नंबर से लगाव
लाल और सफेद रंग के अलावा एक और चीज भी उनकी पहचान है और वह है सात सात नंबर से विशेष नाता। उनके पिता ने उनका नाम Seven Raj रखा क्योंकि वह परिवार की सातवीं संतान थे। उनके पिता ने उनका नाम नंबर 7 पर रखा इसलिए वह 7 नंबर के आसपास ही अपना जीवन गुजारते हैं। वह 7 भाषाएं जानते और बोलते हैं, उनके कोर्ट और शर्ट पर सात ही बटन होते हैं। इसके अलावा कार के headrest , शर्ट, कोट पर नंबर 7 की एंब्रॉयडरी की गई है और उसके ऊपर एक मुकुट प्रतीक बना है जिसके ऊपर सात ही स्टार हैं मानो वो उनका Logo हो।
उनका पहला मोबाइल नंबर 007 पर खत्म होता था, और अब वाला मोबाइल 7777 पर खत्म होता है। 7 नंबर के ही लगाव की वजह से उनके मित्र और जान पहचान-वाले उन्हें 007 और जेम्स बांड कह कर बुलाते हैं। इस बात से उन्हें बहुत खुशी मिलती है। उन्हें फोन करने पर, जब फोन नहीं उठाते तो फोन में सुनाई पड़ता है,” जेम्स बांड अभी व्यस्त हैं, कृपया थोड़ी देर बाद फिर कोशिश करें।
Seven Raj की लाल और सफेद रंग के प्रयोग की अजीबोगरीब सनक और 7 नंबर के obsession ने ही उन्हें local celebrity बना दिया है। लोग उनके घर के बाहर खड़े होकर (जो लाल और सफेद रंगों के बाहर से प्रयोग के कारण परियों के महल जैसा प्रतीत होता है) फोटो खिंचवाते हैं और वह भी इस बात पर गर्व महसूस करते हैं।
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