महाराष्ट्र राज्य के नासिक जिले के 17 वर्षीय ओम महाजन (Om Mahajan) ने साइकिल यात्रा करते हुए कश्मीर से कन्याकुमारी तक का 3600 किलोमीटर की दूरी मात्र 8 दिन, 7 घंटे और 38 मिनट में पूरी कर दिखाई। जो कि एक नया कीर्तिमान है, उसे उन्होंने बालिग होने से पहले ही अपने नाम कर लिया। उन्होंने सुबह 6:30 बजे श्रीनगर के ऐतिहासिक घंटाघर, लाल चौक से अपने एक्सपीडिशन की शुरुआत की, जिसे हरी झंडी दिखाई जम्मू एंड कश्मीर Mountaineering and Hiking department के प्रेसिडेंट ने। उस समय वहां पर इस विभाग के और भी सदस्य उपस्थित थे जो उनकी सराहना कर रहे थे।
उनका यह 8 दिन का सफर कश्मीर की बर्फीली सरदी से शुरू होकर, मध्यप्रदेश की बारिश का सामना करते हुए, दक्षिण की झुलसाने वाली गर्मी में कन्याकुमारी जाकर पूरा हुआ।कन्याकुमारी पहुंचकर उन्होंने पीटीआई को बताया कि इस सफर में ठंडे क्षेत्रों में साइकिलिंग करना सबसे मुश्किल रहा। इस पूरे सफर के दौरान उनके लिए सोना और आराम करना भी एक लक्ज़री जैसा था। उन्होंने यह भी कहा कि वह शुरू से ही साइकिल चलाते आ रहे थे, और यह शुरू से ही उनका शौक था।
लॉकडाउन की कहानी
लॉकडाउन एक ऐसा मौका बन गया था जब उन्होंने एंडयूरेंस साइकिलिंग करने और RAAM (रेस अक्रॉस अमेरिका) मैं भाग लेने का सोचा। उन्होंने नवंबर 2020, में होने वाली इस रेस के क्वालीफायर राउंड के लिए अभ्यास शुरू कर दिया था। लेकिन करोना महामारी के चलते उन्होंने अपना ध्यान Race Across India पर केंद्रित किया। कश्मीर से कन्याकुमारी के इस सफर के दौरान उनका सपोर्ट इन क्रू हमेशा उनके साथ रहा, जिसमें साइकिलिस्ट चाचा और पिता के साथ साथ कबीर रायचूर ने भी एक वाहन पर उनका साथ दिया। कबीर रायचूर RAAM के सोलो फिनिशर रहे हैं। ओम महाजन ने अपने सपोर्टिंग क्रू को पूरा श्रेय दिया है। उनके अनुसार यह उनके सपोर्टिंग क्रू का भी रिकॉर्ड है क्योंकि उनके सहयोग के बिना यह कीर्तिमान बना पाना उनके लिए संभव नहीं था।
कोरोना महामारी ने बना दिया मौका
Om Mahajan कोरोना महामारी की वजह से कंसास नहीं जा सकते थे, जहां से वह ‘खेल प्रबंधन’ में ग्रेजुएशन कर रहे हैं। इसलिए लॉकडाउन के समय में उन्होंने रेसिंग प्रशिक्षण को बहुत वक्त दिया और बहुत मेहनत की जिसके कारण यह रिकॉर्ड वह अपने नाम कर सके। उन्होंने रेस अक्रॉस अमेरिका को ही अपना लक्ष्य बनाया है जो कि इस धरती पर सबसे मुश्किल रेस के रूप में जानी जाती है। जिसे सफलतापूर्वक समाप्त करने के लिए ओम महाजन को 12 दिन में 4800 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी। ओम महाजन को इसकी प्रेरणा अपने पिता हितेंद्र और चाचा महेंद्र से मिलती है जिन्होंने मिलकर एक टीम के रूप में रेस एक्रॉस अमेरिका में जीत का झंडा गाड़ा था।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक सबसे तेज साइकिल चलाने का रिकॉर्ड भी पहले उनके चाचा महेंद्र महाजन के नाम था, लेकिन भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल भरत पन्नू ने उनका रिकॉर्ड तोड़ दिया था। लेफ्टिनेंट कर्नल ने कश्मीर से कन्याकुमारी के बीच की 3600 किलोमीटर की दूरी को मात्र 8 दिन 9 घंटे में पूरा किया था परंतु अभी इसे गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज नहीं किया गया था। ओम का लक्ष्मी कर्नल पन्नू के रिकॉर्ड को तोड़ना था जो उन्होंने कर दिखाया। भरत पन्नू ने 17 वर्षीय साइकिलिस्ट को रिकॉर्ड तोड़ने के लिए सबसे पहले बधाई दी।
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