है ना हैरानी की बात कि कोई सलाद के बिज़नस से ही लाखों रुपया कमा लें। जी हां, यह कहानी है मेघना बाफना की जोकि रियल एस्टेट कंपनी में 15 वर्षों से काम कर रही थीं। उन्हें हर रोज लंच में सलाद खाना पसंद था। वह रोज अपने लिए सलाद काटती और लंच के लिए ले जातीं। इसके लिए वह तरह-तरह के एक्सपेरिमेंट भी करती रहती थीं। उनके दोस्तों को रोज-रोज लाए हुए सलाद खाने में बहुत मजा आता था। परंतु अलग-अलग तरह के सलाद काट कर ले जाना उन्हें झंझट लगने लगा। उन्हें लगा कि कोई उन्हें भी ताजे सलाद काट कर दे तो कितना अच्छा हो। तभी उनके दिमाग में आइडिया आया कि क्यों ना यह काम वे खुद ही करें क्योंकि उनके बनाए सलाद सभी दोस्त स्वाद ले कर खाते थे। इसमें ना तो कोई इन्वेस्टमेंट था और ना ही कोई रिस्क।
तो इस तरह शुरू हुई कहानी ” KGS” की। जी हां, यही नाम दिया था उन्होंने अपने नए स्टार्टअप को – Keep Good Shape। इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया। इसके लिए उन्होंने चार लाइन का एक क्रिएटिव ऐड बनाया और उसे अपने फ्रेंड्स के व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर कर दिया। पहले ही दिन पांच आर्डर मिले। इसके लिए उन्होंने बहुत मेहनत की। सुबह 4:30 बजे उठकर वह सलाद की सारी तैयारी करती और 6:30 बजे सुबह सब्जियां लेने मार्केट चली जाती। फिर सब्जियों को काटती, छीलती और पैकिंग करती। स्टार्टअप को शुरू करने में उन्हें अपने परिवार का पूरा सहयोग मिला। उनके पति, सास-ससुर और बच्चों ने उनका रास्ता आसान बना दिया क्योंकि परिवार के बिना वह यह काम आसानी से नहीं कर पातीं।
पांच ऑर्डर से बढ़ते बढ़ते उनके पास 50 आर्डर हो गए । अब काम बहुत बढ़ गया था। अकेले काम करना उन्हें मुश्किल लगने लगा। तब उन्होंने अपने घर में आने वाली मेड से बात की। मेड के रिश्ते में आने वाली कुछ औरतों को काम पर रख लिया और उसके बेटे को डिलीवरी ब्वॉय का काम दे दिया। उन औरतों से वह कटिंग ,चापिंग करवातीं थीं। अब काम करना ज्यादा आसान हो गया था। अपना सब काम करके वह ऑफिस निकल जाती थीं। उन्होंने कभी भी अपनी रियल एस्टेट वाली जॉब को छोड़ने की जरूरत ही नहीं महसूस की। सब काम सुचारू रूप से हो रहा था। उनका मानना है कि टाइम को मैनेज करके सब कुछ संभव है ।
फिर मेघना जी ने फेसबुक पर पुणे की लेडीस के एक-एक ग्रुप पर अपने सलाद की फोटोस और मैन्यू शेयर किया। वहां से उन्हें अच्छा रिस्पांस मिला। अब तक करीब करीब 150 कस्टमर हो गए थे। कोई ट्रेनिंग ना होने के कारण उन्हें क्वांटिटी का पता नहीं चलता था। कभी सलाद कम पड़ जाता तो कभी ज्यादा हो जाता। इसको भी उन्होंने अपने अनुभव से ही सीखा और वह रोज-रोज क्वांटिटी लिखने लगी और हर चीज को नाप तोल कर इस्तेमाल करने लगी। इस तरह से उन्होंने क्वांटिटी को मैनेज करना भी सीख लिया।
स्टार्टअप की शुरुआत में उन्होंने 5 तरह के सलाद ही रखे थे, जो अब बढ़ते बढ़ते 24 की संख्या तक पहुंच गए थे। वह कस्टमर्स की सेटिस्फेक्शन के लिए कस्टमाइजेशन भी करती हैं। प्रेग्नेंट लेडीज, डायबिटीज पेशेंट और थायराइड पेशेंट आदि के लिए अलग से इंतजाम किया जाता है।
सलाद के फैशन के लिए खोला स्टार्टअप उन्होंने नो लॉस नो प्रॉफिट पर खोलने का सोचा था, परंतु जब प्रॉफिट होने लगा तो वह बहुत उत्साहित हुईं। धीरे धीरे कस्टमर बढ़ने लगे तो प्रॉफिट भी बढ़ता गया। लॉकडाउन आने तक कस्टमर्स की संख्या 200 तक हो गई थी, जिससे उन्हें सवा लाख रुपए महीने तक की कमाई होने लगी। स्टार्टअप ने 10 डिलीवरी ब्वॉय और 9 महिलाओं को रोजगार प्रदान किया था। परंतु लॉकडाउन के दौरान उन्हें बहुत मुश्किलें आईं। काम भी बंद करना पड़ा जिसे उन्होंने अगस्त 2020 में फिर से शुरू किया।
अब वह अपने बिजनेस के विस्तार के लिए तैयार थीं। इसके लिए वह फ्रेंचाइजी देना चाहती हैं परंतु कॉविड के कारण अभी वह ऐसा नहीं करना चाहतीं। उन्हें इस महामारी के खत्म होने का इंतजार है। सबसे बड़ी बात कि उन्होंने स्टार्टअप के साथ अपनी जॉब पर भी पूरा ध्यान दिया और उसे छोड़ने का ख्याल भी कभी उनके मन में नहीं आया। आज भी उन्होंने सलाद के क्षेत्र में एक्सपेरिमेंट करना नहीं छोड़ा और वह नए-नए टेस्ट लेकर मैन्यू में डालती गईं।
अब ” KGS” किसी पहचान का मोहताज नहीं है। यह पुणे के फिटनेस फ्रीक लोगों की पहली पसंद बन चुका है।
मेघना बाफना के स्टार्टअप के बारे में और जानने के लिए चेक करे – Website, Facebook, Instagram, Zomato
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